Tera Chehra Kitna Suhaana Lagta Hai – Jagjit Singh


For the ‘cuddly’ Saturdays 🙂


तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है
तेरे आगे चाँद पुराना लगता है

तिरछे-तिरछे तीर नज़र के लगते है
सीधा-सीधा दिल पे निशाना लगता है

सीधा-सीधा दिल पे निशाना लगता है
तेरे आगे चाँद पुराना लगता है…

आग का क्या पल-दो-पल में लगती है
बुझ्ते बुझ्ते एक ज़माना लगता है

बुझ्ते बुझ्ते एक ज़माना लगता है
तेरे आगे चाँद पुराना लगता है…

सच तो ये है फूल का दिल भी छलनी है
हंसते हंसते एक बहाना लगता है

हंसते हंसते एक बहाना लगता है
तेरे आगे चाँद पुराना लगता है…

तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है….


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